क़ासिम सुलेमानी व अबू मेहंदी अल मोहंदिस की शहादत पर ताज़ियती मजलिस का इनक़ाद

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एक्शन मीडिया न्यूज़ 


हरदोई, जहानीखेड़ा : पिहानी कोतवाली के अन्तर्गत महमूदपुर सरैयाँ के सरैयाँ सादात ग्राम के हैदरी हाल मगरबी में मोमनीन सरैयाँ ने शहीद क़ासिम सुलेमानी, अबू मेहंदी अल मोहंदिस व उनके और साथियों की शहादत के उनवान से एक एहतेजाजी मजलिस का इनक़ाद किया गया जिसमें मौलाना सलमान हुसैन ज़ैदी ने लोगों को खेताब करते हुए कहा कि शहीद क़ासिम सुलेमानी हमेशा दहशतगर्दी के ख़िलाफ़ चलाई जाने वाली मोहिम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया करते थे। इराक़ और सीरिया में फैल चुके आई एस आई के ख़ातमे में क़ासिम सुलेमानी का बहुत ही बड़ा योगदान रहा। मौलना ने शहीद क़ासिम सुलेमानी की जीवन शैली पर रोशनी डालते हुए बताया कि वो कभी भी सिपहियों के साथ खुद को जॉर्नल होने का एहसास नहीं होने देते थे। वो हमेशा सिपाहियों के साथ ही खाते पीते और आम तौर से उनके साथ ही


मजलिस से पहले व आख़िर में क़ासिम सुलैमानी,अबू मेंहदी अल मोहंदिस व अन्य शोहदा के लिए फातेहाख़्वानी की गई


रहा करते थे।क़ासिम सुलेमानी कीपड़ोसी देशों से पकड़ मज़बूत होते देख अमेरिका और इस्राएल को क़ासिम सुलेमानी से खतरा महसूस होने लगा था इसलिए कि आई एस आई को जितनी मेहनत से अमेरिका और इस्राएल ने अपने ज़ाती फायदे के लिए तैयार किया था उसे क़ासिम सुलेमानी ने महज़ चंद महीनों में ही खत्म कर दिया जिस से क़ासिम सुलेमानी और अबू मेहंदी अल मोहंदिस अमेरिका और इस्राएल की आँखों में काँटों की तरह चुभने लगे थे। अमेरिका ने साज़िश कर अपने दहशतगर्दाना तरीक़े से क़ासिम सुलेमानी, अबू मेहंदी अल मोहंदिस सहित दस अन्य सिपाहियों को शहीद कर दिया था। 


 


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